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हार्ट अटैक में फर्स्ट ऐड कब और कैसे दें? पढ़िए इसकी पूरी जानकारी

हार्ट अटैक में फर्स्ट ऐड कब और कैसे दें? पढ़िए इसकी पूरी जानकारी
April 24, 2021goyalUncategorized

हार्ट अटैक में फर्स्ट ऐड देने से किसी भी व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है। हार्ट अटैक में फर्स्ट ऐड कैसे दिया जाए? कितने बार दिया जाए? इसका सही तरीका क्या है? इस प्रकार के सवाल अक्सर आपके दिमाग में आते हैं। आज हम आपको इस आर्टिकल में हार्ट अटैक में फर्स्ट ऐड की विस्तृत जानकारी देने जा रहे हैं।

हार्ट अटैक में फर्स्ट ऐड के बारे में जानने से पहले आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि पीढ़ित को हार्ट अटैक आया है या कोई और समस्या है।

सीपीआर का महत्व

कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) एक लाइफ सेविंग तकनीक है। यह व्यक्ति के हृदय या सांस के रुकने पर शरीर में खून और ऑक्सीजन का फ्लो बनाए रखता है।

सीपीआर किसी भी ट्रेन व्यक्ति द्वारा किया जा सकता है। इसमें सीने को दबाना और सांस को वापिस लाना शामिल होता है।

हृदय के रुकने के 6 मिनट के अंदर सीपीआर परफॉर्म करने से मेडिकल हेल्प आने तक व्यक्ति को जिंदा रखा जा सकता है।

18वी शताब्दी की शुरुआत में सांस देने की तकनीक को डूबने के बाद पानी से निकाले गए व्यक्ति को बचाने के लिए इस्तेमाल किया जाता था। हालांकि, 1960 में कार्डियक मसाज को अधिक प्रभावशाली तकनीक का दर्जा दिया गया। इसके बाद अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन (American Heart Association) सीपीआर को फॉर्मल प्रोग्राम के रूप में विकसित किया।

भले ही सीपीआर सिखाने के लिए कोई भी सर्टिफाइड इंस्ट्रक्टर मौजूद नहीं है तब भी अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन केवल हाथों से सीने को दबाने की सलाह देती है। यानि अगर आपको सीपीआर के बारे में नहीं पता है तब भी आप इस तकनीक को अपना सकते हैं।

इस तकनीक में ब्रीथिंग को हटा दिया जाता है ताकि यह प्रक्रिया आसान हो जाए और हर व्यक्ति अपना सके।

हार्ट अटैक के लक्षण निम्नलिखित हैं

  • सीने में किसी भी प्रकार की असहजता का अहसास जैसे जकड़न या दर्द
  • शरीर का पीला पड़ना
  • ठंडा पसीना आना
  • मृत्यु जैसा अहसास होना
  • दर्द या बैक, शोल्डर, बाजुओं, गर्दन या जबड़े में दर्द का अहसास
  • चक्कर आना या मरने जैसा महसूस होना
  • कमजोरी या असामान्य थकावट का अहसास
  • सांस लेने में दिक्कत

हार्ट अटैक में फर्स्ट ऐड में क्या करें?

  • हार्ट अटैक में फर्स्ट ऐड देने से पहले आपको यह सुनिश्चित करना है कि पीढ़ित अपने होश में है या नहीं।

पीढ़ित के होश में होने पर निम्नलिखित तरीकों को अपनाएं:

  • यदि वह पहले से ही हार्ट का मरीज है तो उसकी जेब में एस्पिरिन (Aspirin 325 mg) दवा जरूर होगी। यदि दवा मौजूद है तो तत्काल दवा को उसे खिलाएं।
  • यदि उसकी जेब में नाइट्रोग्लिसरीन (Nitroglycerin) की दवा है तो बिना देरी किए दवा को खिलाएं। दवा खिलाते वक्त आप गोली को छुए नहीं। चूंकि यह दवा ब्लडस्ट्री में तेजी से सोख जाती है।
  • हार्ट अटैक में फर्स्ट ऐड देते वक्त पीढ़ित को कोई भोजन या पानी न दें।

जैसा कि पहले ही बता दिया गया है कि यदि व्यक्ति होश में है तो उसे विश्वास दिलाएं कि सब ठीक है और आप उसकी मदद कर रहे हैं।

यदि व्यक्ति अपने होश में नहीं है:

  • जब तक पीढ़ित सामान्य रूप से सांस ले रहा है, उसके दिल की धड़कन धड़क रही है तो इस स्थिति में आपातकालीन मदद पहुंचने से पहले आप कई तरीकों से उसे फर्स्ट ऐड दे सकते हैं।
  • व्यक्ति के होश में न होने पर उसे जमीन पर नीचे लेटाएं।
  • इसके बाद व्यक्ति को एक तरफ से लेटा लें। इसके बाद उसक श्वास नली को क्लीयर रखें। ऐसा करने के लिए आपको उसे सिर को आरामदेह मुद्रा में रखना होगा।
  • पीढ़ित की गर्दन को आगे की तरफ न मोड़ें और न ही पीछे की तरफ ज्यादा मोड़ें।
  • इससे मुंह में मौजूद लार श्वास नली में नहीं अटकेगी। इससे पीढ़ित को सांस लेने में परेशानी नहीं होगी।

उपरोक्त स्थितियों के अलावा कई बार व्यक्ति अपने होश में नहीं रहता और उसकी पल्स नहीं चलती हैं। ऐसे में हार्ट अटैक में फर्स्ट ऐड और भी ज्यादा मुश्किल हो जाता है। इस स्थिति में आप पीढ़ित को सीपीआर दे सकते हैं। कुछ लोगों के पास सीपीआर में विशेष दक्षता हासिल होती है। लेकिन एक सामान्य व्यक्ति भी इसकी सही जानकारी से सीपीआर दे सकता है।

सीपीआर (CPR) क्या है?

दिल का दौरा पड़ने पर प्राथमिक उपचार के रूप में एक तकनीक को अपनाया जाता है। इसे हार्ट अटैक में फर्स्ट ऐड भी कहा जाता है। इसके अतिरिक्त, इसे सीपीआर (CPR) के नाम से जाना जाता है। इस तकनीक के नाम से ही पता चलता है कि यह दिल की समस्याओं से जुड़ा हुआ फर्स्ट एड है।

हार्ट अटैक में फर्स्ट ऐड काफी महत्वपूर्ण होता है। सीपीआर के इतर कुछ लोग इसे जीवन रक्षक तकनीक के नाम से भी बुलाते हैं। अचानक दिल का दौरा पड़ने या हार्ट अटैक में अचानक दिल की धड़कन रुक जाने पर पीढ़ित को सीपीआर दिया जाता है। यदि समय पर उसे सीपीआर दिया जाए तो उसके जीवित रहने की संभावना बढ़ जाती है। सही समय पर सीपीआर न मिलने पर जीवित रहने की संभावन कम हो जाती है।

सीपीआर कैसे दिया जाता है?

हार्ट अटैक में फर्स्ट ऐड (सीपीआर) देने के लिए कई चीजों का ध्यान रखा जाता है। आपकी हल्की सी चूक से पीढ़ित के बचने की संभावना को कम कर सकती है। हार्ट अटैक में फर्स्ट ऐड यानिकी सीपीआर देते वक्त आपको पीढ़ित के सीने के निप्पल्स से थोड़ा ऊपर दोनों चेस्ट के बीच वाली लाइन में दोनों हाथों से 5-6 सेंटीमीटर गहराई से दबाना या कंप्रेस करना है।

आसान भाषा में दोनों निप्पल्स के बीचों-बीच सीने को दोनों हाथों से दबाना है। ऐसा करते वक्त आपको काफी सावधानी बरतनी होगी। यदि आप पीढ़ित की छाती को 5-6 सेंटीमीटर से ज्यादा दबाते हैं तो उसकी पसलियां टूटने का खतरा रहता है। ऐसा होने पर पसलियां ह्रदय में घुस सकती हैं। हार्ट अटैक में फर्स्ट ऐड देते वक्त आपको पीढ़ित के सीने को ज्यादा गहराई में नहीं दबाना है।

सीपीआर देते वक्त इन बातों का रखें ध्यान

  • हार्ट अटैक में फर्स्ट ऐड के रूप में सीपीआर देते वक्त आपको अपनी कोहनी (एलबो (Elbow)) मोड़ना नहीं है।
  • हार्ट अटैक में फर्स्ट ऐड के रूप में सीपीआर देते वक्त दोनों हाथों को एकदम सीधा रखें।
  • हार्ट अटैक में फर्स्ट ऐड के रूप में सीपीआर देते वक्त पीढ़ित को हमेशा फर्श पर पीठ के बल लेटाएं।
  • हार्ट अटैक में फर्स्ट ऐड देते वक्त पीढ़ित को फर्श पर लेटाकर उसके दोनों हाथ और पैरों को सीधा रखें।
  • हार्ट अटैक में फर्स्ट ऐड के रूप में सीपीआर देने के लिए उपरोक्त चरणों के बाद ही पीड़ित को सीपीआर दें।

सीपीआर कितने बार और कैसे दें?

  • किसी भी व्यक्ति को हार्ट अटैक में फर्स्ट ऐड के रूप में सीपीआर देते वक्त काफी सावधानी बर्तें। पीढ़ित को एक सेट में तीस बार कंप्रेशन (सीने को दबाना) दें। इसके साथ ही आपको मुंह से सांस देनी है।
  • हार्ट अटैक में फर्स्ट ऐड देते वक्त ऐसा आपको पांच बार करना है।
  • प्रत्येक कंप्रेशन में सीने को 30 बार दबाएं और दो बार मुंह से सांस दें।
  • मुंह से सांस देने के लिए आपको पीढ़ित के मुंह से मुंह लगाना होगा।
  • हार्ट अटैक में फर्स्ट ऐड के रूप में मुंह से सांस देते वक्त पीढ़ित की नाक को दूसरे हाथ से बंद कर दें।

हार्ट अटैक में फर्स्ट ऐड के लिए विशेष निर्देश

यदि आपके सामने किसी व्यक्ति को हार्ट अटैक आता है और आप उसे फर्स्ट ऐड देने जा रहे हैं तो सबसे पहले आपातकाली नंबर पर फोन करके सहायता मांग लें। यदि आपके आसपास अन्य लोग भी मौजूद हैं तो उनसे एंबुलेंस बुलाने के लिए कहें।

सहायता पहुंचने तक आपको पीढ़ित को फर्स्ट ऐड देना है। यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि सीपीआर चिकित्सा उपचार की जगह नहीं ले सकती है। बेहतर होगा कि आप तत्काल इसकी सूचना आपातकालीन नंबर पर दें, जिससे समय पर उस व्यक्ति की जान को बचाया जा सके।

बच्चों को हार्ट अटैक में फर्स्ट ऐड ऐसे दें

हार्ट अटैक या दिल का दौरा एक ऐसी समस्या है, जो बिना किसी उम्र के फासले के हर व्यक्ति को हो सकती है। कई बार शिशुओं या बच्चों का ह्रदय अचानक कार्य करना बंद कर देता हैं या उनके दिल की धड़कन रुक जाती है। हालांकि बड़ों के मुकाबले बच्चों को हार्ट अटैक में फर्स्ट ऐड देना एक मुश्किल कार्य है।

बच्चों को सीपीआर देते वक्त निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें:

  • छोटे बच्चों को सीपीआर देते वक्त आपको हाथ के अंगूठों या इंडेक्स उंगलियों से चेस्ट पर 5 सेंटीमीटर की गहराई तक कंप्रेश करना है।
  • एक बार में 30 कंप्रेशन दें।
  • 30 बार कंप्रेशन देने के तुरंत बाद बच्चे की नाक बंद करके मुंह से दो बार सांस दें।

जिन लोगों को सीपीआर की जानकारी नहीं है, उन्हें सिर्फ चेस्ट कंप्रेशन देना है। कंप्रेशन देने से पहले तुरंत आपातकालीन नंबर पर सूचित करें। आपको एक मिनट के भीतर 100-120 बार कंप्रेशन देने हैं। कई स्थितियों में सीधे अस्पताल से फोन के जरिए कंप्रेशन कैसे देना है और कब तक देना है इसकी जानकारी दी जा सकती है।

अंत में हम यही कहेंगे सही समय पर हार्ट अटैक में फर्स्ट ऐड देने से किसी व्यक्ति की जान बच सकती है। इसके लिए आपके पास फर्स्ट ऐड की सही जानकारी होना बेहद ही जरूरी है।

हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

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